प्रदेश के गोसेवा आयोग के अध्यक्ष प्रोफेसर श्याम नंदन सिंह ने कलक्ट्रेट सभाकक्ष में जनपदीय गोसंरक्षण समिति की बैठक ली। बैठक में गो संरक्षण के लिए किए गए कार्यों की गहनता से समीक्षा की है। इस दौरान उन्होंने प्रशासन की सराहना की और किसानों से सहयोग भी मांगा।
गोसेवा आयोग के अध्यक्ष श्यामनंदन सिंह ने कहा कि गो संरक्षण सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है तथा सनातन परंपरा का संवाहक है। इस दौरान उन्होंने कहा कि किसान वर्मी कंपोस्ट खाद तैयार करें और अपने कृषि उत्पादन को बढ़ाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि अधिक से अधिक गोवंश किसानों को पालने के लिए दिए जाएं। साथ ही किसानों को गोबर से उपलों के अलावा गमले, मूर्तियां भी बनाने का कार्य सिखाया जाए। गोमूत्र, तुलसी का अर्क आदि बनाने की जानकारी भी दें। जिससे किसान पशुपालन कर और अधिक लाभ अर्जित करें।
बैठक में जिलाधिकारी सीपी सिंह ने बताया कि जिले में पर्यावरण की दृष्टि से एक अभिनव प्रयोग किया गया है जो लोग शस्त्र लाइसेंस नवीनीकरण हेतु आते हैं उनसे दस पौधे लगाने और उसकी फोटो साथ में लाने हेतु कहा जाता है। गोसेवा आयोग के अध्यक्ष ने डीएफओ से पूछा कि विगत एक वर्ष में रोपित कितने पौधे जीवित हैं तथा सहजन के और अधिक पौधे वरीयता से लगाने के निर्देश दिए। जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि नवादा में चारे की पैदावार की जा रही है। भरगैन में खाली स्थान पर एक अतिरिक्त शेड चारे के लिये बनाया गया है। बैठक में विधायक सदर देवेंद्र राजपूत, सीडीओ तेज प्रताप मिश्र, एडीएम अजय कुमार श्रीवास्तव सहित सभी विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
कान्हा केंद्र का किया निरीक्षण
गोसेवा आयोग के अध्यक्ष ने सोरों स्थित कान्हा केंद्र पहुंचकर निरीक्षण किया। गोवंशों को हरा चारा खिलाया। इस दौरान अधिकारियों से कहा कि वह गोसेवा के लिए तेजी से कदम बढ़ाएं।
प्रशासन के प्रयास को सराहा
जिले में गो संरक्षण के इंतजामों से संतुष्ट हुए आयोग के अध्यक्ष ने प्रशासन के प्रयासों की सराहना की और डीएम सीपी सिंह को माला पहनाकर उन्हें प्रोत्साहित किया।